बिम्सटेक में शामिल देश (BIMSTEC country)

BIMSTEC__Countries_Learning_Trick

बिम्सटेक (BIMSTEC) का पूरा नाम बे ऑफ़ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) है । यह बंगाल की खाड़ी से लगे और समीप देशो का एक संगठन है | वर्तमान में बिम्सटेक में कुल 7 सदस्य देश है- भारत, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड | आइए जाने एक ऐसी युक्ति जिसके माध्यम से आप इन देशो कों आसानी से याद रख सकते हैं- युक्ति: से स्वागत वाक्य बनाने के लिए है स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति भाषा 1 B बांग्लादेश(Bangladesh) 2 I भारत (India) 3 M Read More …

संयुक्त राष्ट्र संघ की भाषाएँ (UNO Official Languages)

UNO-Official-Languages-Trick

संयुक्त राष्ट्र ने 6 भाषाओं को “राज भाषा” स्वीकृत किया है (अरबी, चीनी, अंग्रेज़ी, फ़्रांसीसी, रूसी और स्पेनी), परंतु इन में से केवल दो भाषाओं को संचालन भाषा माना जाता है (अंग्रेज़ी और फ़्रांसीसी)। आइए जाने एक ऐसी युक्ति जिसके माध्यम से आप इन भाषाओ कों आसानी से यद् रख सकते हैं- युक्ति: (फसर्स मतलब ये सबसे आगे हैं) स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति भाषा 1 F फ्रेच (French) 2 A अरबी (Arabian) 3 C चीनी (Chinese) 4 E अंग्रेजी (English) 5 R रसियन (Russian) 6 S स्पेनिश(Spanish)   महत्वपूर्ण- स्थापना के समय, केवल चार राज भाषाएं स्वीकृत की गई थी Read More …

संयुक्त राष्ट्र संघ के स्थायी सदस्य (Permanent Members of UNO)

संयुक्त राष्ट्र संघ के स्थाई सदस्य

संयुक्त राष्ट्र संघ (अंतर्राष्ट्रीय संगठन) की स्थापना  24 अक्टूबर, 1945 को हुई । संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना का मुख्य कार्य विश्व के विभिन्न राष्ट्रों के मध्य शान्ति स्थापित करना और उनकी प्रगति में हाथ बंटाने के लिए यथासंभव प्रयत्न करना है । इस संगठन में कुल 15 सदस्य देश हैं, जिनमे से 5 स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य शामिल हैं आइए जाने कि स्थायी सदस्यों कों कैसे याद रखा जा सकता है – युक्ति: स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति देश 1 F FRANCE 2 A AMERICA (The United States) 3 B BRITAIN (The United Kingdom) 4 R RUSSIA I Read More …

विद्दुत चुम्बकीय तरंगे (Electromagnetic Waves)

विदुत चुम्बकीय तरंगे

विद्युत चुम्बकीय तरंगों के संचरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती तथा ये तरंगें निर्वात (space) में भी संचरित हो सकती हैं। ये तरंगें चुम्बकीय एवं विद्युत क्षेत्रों के दोलन से उत्पन्न होने वाली अनुप्रस्थ तरंगें हैं। प्रकाश तरंगें, ऊष्मीय विकिरण, एक्स किरणें, रेडियो तरंगें आदि विद्युत-चुम्बकीय तरंगों के उदाहरण हैं। इन तरंगों का तरंग दैध्र्य परास (wave length) काफी विस्तृत होता है। इनका परास 10-14 मी. से लेकर 104 मी. तक होता है। आइए आंते हैं आवृत्ति के बढते क्रम में इन तरंगों कों याद रखने की युक्ति- युक्ति: स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति तरंग  खोजकर्ता आवृत्ति (Hz) तरंगदैर्ध्य Read More …

यूरोपीय कंपनियों का आगमन क्रम (Arrival of European Companies)

Arrival of European Companies

यूरोपीय देशो का 15वीं सदी के अन्त में भारत आने के साथ ही सामुद्रिक रास्तों की खोज होना प्रारम्भ हो गया | यद्यपि यूरोपीय भारत के अलावा भी बहुत स्थानों पर अपने उपनिवेश बनाने में कामयाब हुए पर इनमें से अधिकांश का मुख्य आकर्षण भारत ही था। 17वीं सदी के अंत तक यूरोपीय कई एशियई जगहों पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ करा चुके थे और अठारहवीं सदी के उत्तरार्ध में वे कई जगहों पर काबिज़ हो गए थे। भारत पर उन्नासवीं सदी में जाकर ही अंग्रेजों का एकाधिकार हो पाया था। आइए जाने यूरोपीय कंपनियों का भारत आने का सही क्रम Read More …

जूट उत्पादक राज्य (Jute production in India state wise)

Jute production in India state wise

जूट उत्पादन में भारत देश का नाम शीर्ष पर है| जूट, पटसन और इसी प्रकार के पौधों के रेशे हैं। इसके रेशे बोरे, दरी, तम्बू, तिरपाल, टाट, रस्सियाँ, निम्नकोटि के कपड़े तथा कागज बनाने के काम आता है। ‘जूट’ शब्द संस्कृत के ‘जटा’ से निकला समझा जाता है। यूरोप में 18वीं शताब्दी में पहले-पहल इस शब्द का प्रयोग मिलता है, यद्यपि वहाँ इस द्रव्य का आयात 18वीं शताब्दी के पूर्व से “पाट” के नाम से होता आ रहा था | आइए जानते हैं कि भारत के जूट उत्पादक राज्यों कों क्रमानुसार कैसे याद रखा जाए- युक्ति: स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति Read More …

महासागर (Oceans by Size & Depth)

5-oceans-Trick

महासागर जलमंडल का प्रमुख भाग है। यह खारे पानी का विशाल क्षेत्र है। यह पृथ्वी का 71% भाग अपने आप से ढांके रहता है (लगभग 36.1 करोड वर्ग किलोमीटर)| जिसका आधा भाग 3000 मीटर गहरा है। आइए जानते हैं दो ऐसी युक्तियां जिनके माध्यम से आप महासागरो के नाम गहराई और विस्तार के अनुसार यद् रख सकते हैं – युक्ति: 1 – महासागर विस्तार क्रम में (Ocean by Size) स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति महासागर विस्तार 1 P Pacific ocean [पसिफ़िक ओसियन] प्रशांत महा सागर [Prashant Mahasagar] 155,557,000 sq km 2 A Atlantic ocean [अटलांटिक ओसियन] अन्ध महा सागर [Andh Mahaasaagar] Read More …

यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल किए गए राजस्थान के 6 किले (6 Fort of Rajasthan which is declared as World Heritage Sites by UNESCO)

6-Fort-of-Rajasthan-which-is-decleared-as-World-Heritage-Sites-by-UNESCO

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को – The United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization: UNESCO) ने राजस्थान, भारत में अरावली पहाड़ियों पर बने भव्य और सुंदर जैसलमेर और चित्तौरगढ़ किले समेत छह किलों को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची (व‌र्ल्ड हैरिटेज लिस्ट) में शामिल किया. ये किले हैं-चित्तौरगढ़ का किला, सवाई माधोपुर का रणथंभौर किला, राजसमंद का कुंभलगढ़ किला, जैसलमेर का किला, जयपुर का अकबर किला और झालवाड़ का गैगटोन. आइए जाने इन किलो कों कैसे याद रख सकते हैं – युक्ति: स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति किला स्थान संरक्षण 1 ची चित्तौड़ का  किला चित्तौड़गढ़  एएसआई 2 Read More …

अभिलेख जिनमे सम्राट अशोक का नाम अंकित है (Inscriptions where Ashoka name is mentioned)

Places-of-inscriptions-where-Ashoka-name-is-mentioned

मौर्य राजवंश के सम्राट अशोक द्वारा प्रवर्तित कुल 33 अभिलेख प्राप्त हुए हैं जिन्हें अशोक ने स्तंभों, चट्टानों और गुफ़ाओं की दीवारों में अपने 269 ईसा पूर्व से 231 ईसा पूर्व चलने वाले शासनकाल में खुदवाए। ये आधुनिक बंगलादेश, भारत, अफ़्ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और नेपाल में जगह-जगह पर मिलते हैं और बौद्ध धर्म के अस्तित्व के सबसे प्राचीन प्रमाणों में से हैं। आइए जाने किनमे सम्राट अशोक का नाम अंकित है और इसे याद रखने की युक्ति- युक्ति: स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति स्थान वर्तमान राज्य 1 नीतू नेत्तूर मध्यप्रदेश 2 मास्को मस्की कर्नाटक 3 उड़कर उद्गोलन कर्नाटक 4 गुजरी गुर्जारा कर्नाटक Read More …

अकबर के द्वारा किये गए कार्य (Works done by Akbar)

work-done-by-akbar

जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर तैमूरी वंशावली के मुगल वंश का तीसरा शासक था। अकबर को अकबर-ऐ-आज़म (अर्थात अकबर महान), शहंशाह, महाबली शहंशाह के नाम से भी जाना जाता है। आइये जाने कि इस मुग़ल सम्राट के द्वारा किए गए कार्यों को क्रमवार कैसे याद रखा जाए – युक्ति : स्पष्टीकरण : क्रम युक्ति कार्य सन् 1 दास दास प्रथा का अंत 1562 2 हरमदल  ‘हरमदल’ से मुक्ति 1562 3 तीरथ तीर्थ यात्रा कर समाप्त 1563 4 जजिया जजिया कर समाप्त 1564 5 धर्म परिवर्तन बंदी धर्म परिवर्तन बंद कराया 1565 6 सीकरी बदली राजधानी सीकरी की स्थापना 1575 7 इबादत Read More …